बुधवार, 29 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-163 (Gurudev Ke Bhajan163)




सखियो नई गावो मंगलाचार जी वधाई होवे 
आया है सोणा दिन वार  जी वधाई होवे

पहली वधाई मेरे सतगुरु नू होवे 
नौबत वज्जण सो सो वार  जी वधाई होवे

दूजी वधाई सारी संगत नू होवे 
जिन्हा ने गाया मंगलाचार  जी वधाई होवे

सौंणा ऐ वेला आया बाबा ने मेला लाया 
सारे मिल बोलण जयजयकार  जी वधाई होवे

बाबा दा रूप वेखो खिड़या अनूप वेखो 
चरणा तो जावा बलिहार  जी वधाई होवे



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