शनिवार, 11 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-33 (Gurudev Ke Bhajan-33)




देख तेरे भक्तों पर क्या क्या गुजर रही है आज , आओ महानंद महाराज
कर्म न बदला धर्म न बदला , क्यों हम पर नाराज ,आओ महानंद महाराज

आप ही आओ गले लगाओ अपना समझो मुझे बुलाओ
नैया मेरी पार लगाओ मोक्ष  प्राप्ति का मार्ग दिखाओ
दूर दूर क्यों रहते हो अब  दर्शन दो महाराज


निर्धन हूँ  मुझे ज्ञान नहीं है आप बिना मेरा और नहीं है
झूठा ये   संसार बसा है झूठ  बराबर पाप  नहीं है
सच्चाई पर  चलके उतरे कृपा करो  महाराज
                 

गुरुकृपा से भजन  बनाऊँ बाबा जी की महिमा  गाऊं
नित चरणों का ध्यान लगाऊं बाबा जी का दास कहाऊँ
गुरु माया के काटो बंधन राखो मेरी लाज 



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