सोमवार, 13 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-41 (Gurudev Ke Bhajan-41)





बाबा तेरा नाम हमको दो जहाँ से प्यारा है , तेरा ही हमें सहारा  है
सारी दुनिया में फैला तेरे ज्ञान का ही उजियारा है 
तू ही तो  एक हमारा है 


 हम अकेले थे जीवन की राहों में तूने ही तो अपनाया 
दुनिया ने बाबा हमको ठुकराया तूने ही गले लगाया 
कैसे भूलें हम तूने हमको उबारा है 



भटक रहे है हम विषयों के भोगों में बाबा जी आन बचाना 
पाप की दुनिया के काँटों भरे रस्ते बाबा जी पार लगाना 
डूबती नैया है , पतवार तू हमारा है 



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