मंगलवार, 26 मई 2015

14 माता की भेंट 14

शेरा वाली माँ तेरा प्यार सानू चाहिदा , 
इको तेरा दातिये दीदार सानू चाहिदा 

नदियाँ ने गहरिया ते कण्डे बड़ी दूर ने 
पार लंघन वाले खड़े भगता दे पूर ने 
कण्डे लाण वाला पतवार सानू चाहिदा 

मुदद्ता विछोड़े विच लंघाईया नइयो जांदिया 
साला दीया आसा साथो लाइया नही जादिया 
घड़ी पल वाला इकरार सानू चाहिदा 

आज तक मनया माँ तेरी तस्वीर नू 
आनके  जगादे मेरी सुती तकदीर नू 
तेरा वि ते आणा इक वार सानू चाहिदा 

पूरी करो आस माँ करो न निराश माँ 
दास मैया जी तेरे दासा दा वि दास माँ 
चरणा दी धूड़ी वाला हार सानू चाहिदा 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें