शनिवार, 9 मई 2015

गुरुदेव के भजन-235 (Gurudev Ke Bhajan235)




दिल का दुखड़ा मै सुनाने आ गया हाले दिल तुमको बतानेआ गया 

चर्चे तेरे नाम के दोनों जहाँ 
सुनके तेरे मै तराने आ गया 

दुनिया ने मुझपे सितम लाखों किये 
खुद को मै अब तो मिटाने आ गया 

सिर पे पापों की गठरिया को लिए 
लगता है अब तो ठिकाने आए गया 


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