गुरुवार, 14 मई 2015

गुरुदेव के भजन-281 (Gurudev Ke Bhajan 281)




मुझे आस तेरी  बाबा न निराश मुझे करना 
दर्शन की भीख देकर मेरी झोली आज भरना 

तेरे दर पर आया हूँ दुनिया का सताया हूँ 
बाबा मेहर करो मुझ पर मै तो घबराया हूँ 
तुम विनती को सुनलो दुःख मेरे आज हरना 

बाबा मेरे हो तुम करुणामय और भोले 
दीनो के तुम दातार रखते हो द्वार  खोले 
करुणा बरसाकर तुम मेरे दामन को भरना 

दिल तेरा सवाली है झोली मेरी खाली है 
बाबा तेरे द्वारे से कोई लौटा न खाली है 
हर दुखिया पर बाबा तुम नज़रे कर्म करना 


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