सोमवार, 18 मई 2015

गुरुदेव के भजन 323 (Gurudev Ke Bhajan 323)


तर्ज -----ओ फिरकी वाली 

मेरे बाबा जी दर्श दिखाना न मुझे ठुकराना 
हूँ लाया फरियाद रे  बाबा मै तेरे चरणो का दास  रे 

कबसे बाबा तेरी राहे निहारूँ कब तुम दर्श दिखाओगे 
पथ पे तेरे बाबा पलकें बिछाऊँ कब तुम प्यास बुझाओगे 
मनवा मोरा निशदिन तड़पे निशदिन आंसू बरसें 
मेरे बाबा न अब तड़पाना दर्श दिखलानाहूँ लाया फरियाद रे  बाबा मै तेरे चरणो का दास  रे 

यही है तुझसे फरियाद मेरी इक पल दर्श दिखा जाओ 
कबसे बाबा तुझको पुकारूँ अब तो बाबा आ जाओ 
कबसे बाबा पंथ निहारूँ हर पल तुझे पुकारूँ 
मेरी विनती न अब ठुकराना दर्श दिखलाना हूँ लाया फरियाद रे  बाबा मै तेरे चरणो का दास  रे 

दीनो के दाता करुणामय तुम हो पूरी करो इच्छा मन की 
झोली फैलाये तेरे दर से मै मांगू आस करो पूरीपूरी सबकी 
सबको बाबा गले लगाओ विनती न ठुकराओ 
सबकी विपदा को आके मिटाना दर्श दिखलाना हूँ लाया फरियाद रे  बाबा मै तेरे चरणो का दास  रे 

______________________________________


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें