शुक्रवार, 22 मई 2015

गुरुदेव के भजन 382 (Gurudev Ke Bhajan 382)


तर्ज ----मेरा दिल ये पुकारे आजा 

आजा मेरे बाबा आजा तेरा दास पुकारे आजा 
मै तो डूबा हूँ यहाँ बाबा तुम हो कहाँ 
ढूँढा सारा ये जहाँ बाबा तुम हो कहाँ 

चैन मिलता नही खोया है दिल कहीं 
अब मेरा सहारा कोई भी नही 
ढूँढा सारा जहाँ अब जाऊं मै कहाँ 
मुझे इतना ज़रा समझा जा मै तो डूबा हूँ यहाँ बाबा तुम हो कहाँ 

बीती सारी उम्र खो गया कारवां 
खो गई ये ज़मी खो गया आसमां 
अब जाऊँ मै कहाँ मेरा कोई न यहाँ 
मुझको तू ज़रा अपना जा मै तो डूबा हूँ यहाँ बाबा तुम हो कहाँ 

गम भरा ये जहाँ हर कोई बदगुमां 
तेरे चरणो में ही सबको मिलता ठिका 
करो नज़रे मेहर बड़ी कठिन डगर 
हम तेरे सहारे आजा मै तो डूबा हूँ यहाँ बाबा तुम हो कहाँ 


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