सोमवार, 27 जून 2016

भजनमाला --------55

इतना तो करले बन्दे दुनिया के बीच आके 
न बाँध पाप गठरी ले जा खरी कमा के 

नेकी वो दर किनारे मत बाँध पाप भारे 
यमदूत आगे मारे न जा तू धोखा खाके 

शुभ कर्म को विसारी पापों की पूँजी डारी 
आगे मंजिल करारी रख  पाँव तू जमा के 

होशियार होके चलना एक दिन है तुमको जलना 
फिर होए न सम्भलना जब काल सर पे ताके 

घर माल मुल्क खज़ाने कोई न संग जाने 
सब यूं ही रह जाने सुन ले तू दिल लगा के 
@मीना गुलियानी 

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