बुधवार, 1 जून 2016

प्यार का एहसास तुम हो

मेरी तन्हाई और ख्वाबों में तुम हो
मेरे होठों की हँसी और बातों में तुम हो

उनींदी पलकें मेरी और सपनों में तुम हो
महकता जिस्म मेरा उसकी खुशबु तुम हो

तुम्ही मेरे सवालों में और जवाबों में तुम हो
मेरी धड़कन में बसी हर सांस में तुम हो

मेरा प्यार है तरसता रेगिस्तान  बरसात तुम हो
मै हूँ प्यार की अधूरी कहानी मेरा प्यार तुम हो

दिल के कोने में बसी मेरी  इक याद तुम हो
मेरी रूह में छिपा प्यार का एहसास तुम हो
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें