गुरुवार, 7 जुलाई 2016

भजनमाला --------73

परमगुरु आया रहिज्यो जी 
थांकी  देख रह्यो छूँ बाट ,परमगुरु आया रहिज्यो जी 

बाट देखतां देर हो गई व्याकुल हुओं शरीर 
अब तो नाथ पधारो बेगा मने बंधाओ धीर 

दिन नहीं चैन रैन नहीं निंद्रा रहूँ  सदा बेचैन 
चरणा का दर्शन के ताई तड़फ रह्या छै नैन 

गद गद गात रोम सब फूल्या धीरज हट गयो दूर 
था बिन म्हारा दुःख की घड़ियाँ किस विधि पड़सी पूर 

आज तलक तो थे दुःख मांही चढ्या भक्त की भीर 
गुरु जी अब तक देर करी  क्यों हरी न म्हारी पीर 
@मीना गुलियानी 

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