गुरुवार, 7 जुलाई 2016

भजनमाला ---------------74

इतना तो करना गुरु जी दर्शन तो जल्दी देना
भ्रमजाल में फंसे है प्रभु वेग सुध लेना

तुम्हरे दर्श है पावन सब पाप को नशावन
दिल को हमारे भावन -------------------

तुम्हरे वचन सुहाने ब्र्ह्म रूप को लखाने
 त्रिय ताप को बुझाने ---------------------

तुम्हरे चरण को परसे दुःख भूल जाए जड़ से
आत्म हमारा तरसे --------------------------

सुमिरन तुम्हारा नीका सर्व ध्यान का है टीका
सब जगत लागे फीका -----------------------

सतगुरु के गुण जो गावे भवसिंधु वो न आवे
वो अचल मोक्ष पावे ---------------------------
@मीना गुलियानी 

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