सोमवार, 1 अगस्त 2016

भजनमाला ----------112

जब देखा निगाह पसार बीच संसार एक ही द्वारा 
तेरे बिन कौन हमारा 

मतलब का हर एक नाता है 
मतलब बिन कोई नही चाहता है 
मतलब का सब संसार देखा सारा 

शिवरात्रि के दिन आते है 
दर्शन को प्रेमी जाते है 
सब संगत रलमिल बोले जयजयकारा 

वहाँ जगमग ज्योति जल रही है 
वहाँ प्रेम की गंगा चल रही है 
वहाँ जाके सबको मिलता है सहारा 

वहाँ सुंदर गुफा तुम्हारी है 
मोहे आस दर्श की भारी है 
जी चाहे कब देखूँगा आन नज़ारा 
@मीना गुलियानी 

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