शनिवार, 17 सितंबर 2016

भजनमाला ----132

तेरी इस दुनिया में मैंने सुख दुःख देखे सारे हैं 
उसने ही जाना है तुमको जिसको तेरे सहारे हैं 

सुख दुःख ही तो इस दुनिया की गाडी को चलाते हैं 
ये दोनों ही मिलकर इक अच्छा इंसान बनाते हैं 
इस संसार की नदिया के दोनों ही तो किनारे  हैं 

दुःख न चाहे कोई भी सब सुख के लिए तरसते हैं 
दुःख में सब रोते हैं पर सुख आये तो सब हँसते हैं 
जिसने भी सुख पाया उसने भी देखे दुःख सारे हैं 

सुख में तेरा सुमिरन हो और दुःख में मैं फरियाद करूँ 
जिस हाल में रखे तू  भगवन तुझे सदा ही याद करूँ 
हमको भूल न जाना भगवन हम तो तेरे सहारे हैं 
@मीना गुलियानी 

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