रविवार, 18 सितंबर 2016

भजनमाला -----134

नाम जब तेरा लिया दुःख सब दूर हुआ 
तेरे ही चरणों में मैंने जीवन को जिया 

नाम तेरा अमृत है विष सब दूर करे 
ऐसा वो प्याला है दुःख सन्ताप हरे 
पीकर अमृत को मन मतवाला हुआ 

तुम तो दयालु हो कृपा करते हो 
जो भी दुखिया आये झोली भरते हो 
मेहर की नज़रो से तूने जो मुझको छुआ 

ज्योति तेरी पावन दिल में जलती है 
हर पल याद तेरी दिल में पलती  है 
साँसों की डोरी से मैंने गुणगान किया 
@मीना गुलियानी 

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