शनिवार, 24 सितंबर 2016

माता की भेंट ------3

माँ मेरी विपदा दूर करो , माँ मेरी विपदा दूर करो 
तेरी शरण मैं आया हूँ , आकर मेरे कष्ट हरो 

तू ही अम्बे  काली है 
दुखड़े हरने वाली है 
माँ मेरे दुखड़े दूर करो 
आकर सारे कष्ट हरो ------माँ---------

भक्तों ने तुझे पुकारा है 
तूने दिया सहारा है 
विनती पे मेरी ध्यान धरो 
चरण पड़े की लाज रखो ------माँ ----------

शरण तुम्हारी आये हैं 
इस जग के ठुकराए हैं 
दुविधा सबकी दूर करो 
पाप ताप सन्ताप हरो ------माँ-------------
@मीना गुलियानी 

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