मंगलवार, 27 सितंबर 2016

माता की भेंट -----9

खोलो ज़रा भवनां दा द्वार माँ 
जय अम्बे जय अम्बे दीवाने तेरे बोलदे 

तेरियां उडीकां विच अखां गइयाँ पक माँ 
कदे ता दयाल होके बचयाँ नूँ तक माँ 
करदे हाँ असी इंतज़ार ----------------जय अम्बे जय अम्बे --------

बचयाँ तो दस होया केहड़ा कसूर माँ 
नोहां नालो मांस अज होया किवें दूर माँ 
बागां कोलों रुसी ऐ बहार --------------जय अम्बे जय अम्बे -------

मांवां बिना पुतराँ नूँ कोई वि न झलदा 
ताइयो तां जहान सारा बुआ तेरा मलदा 
तुइयो लावें डुबदे नूँ पार ---------------जय अम्बे जय अम्बे ---------

भक्तां ने रखियां माँ तेरे उते डोरियां  
तकदे ने जिवें तके चन नूँ चकोरियां 
दर खड़े पलड़ा पसार -------------------जय अम्बे जय अम्बे ----------
@मीना गुलियानी 

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