शनिवार, 7 अप्रैल 2018

यह सोचने का विषय है ?

वृद्धजन बरगद के पेड़
की तरह ही होते हैं
इनकी संगत में बड़ा
सुकून मिलता है
सिर पर छाया होती है
जीवन में जब कभी
हौंसले पस्त होने लगते हैं
यही वृद्धजन राह दिखाते हैं
उनकी सीख से नया
आयाम मिलता है
जीवन की खुशहाली का
राज़ उजागर होता है
अत: वृद्धजनों का हमेशा
आदर सम्मान करो
उन्हें प्रेम ,स्नेह की ही
आकांक्षा है और कुछ नहीं
अपना सारा जीवन वो
संतान की परवरिश पर
गुज़ार देते हैं पर उनके
वृद्ध होने पर वही बच्चे
क्यों उन्हें ठुकराते हैं
क्यों उनका ध्यान नहीं रखते
जिसकी उन्हें आवश्यकता है
यह सोचने का विषय है ?
@मीना गुलियानी 

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