सोमवार, 9 अप्रैल 2018

हम धोखा न करेंगे

हम तुमसे कभी कोई तकाज़ा न करेंगे
तुम्हें खुद की नज़र में रुसवा न करेंगे

चाहे  तुम कुछ भी सोचो शिकवा न करेंगे
तुमको हम भूले से भी तन्हा न करेंगे

माना कि तेरे मेरे ख्यालात अलग हैं
हम फिर भी तुझसे झगड़ा न करेंगे

उठ जाएँ सभी चाहे तेरी महफ़िल से सनम
पर तेरी महफ़िल को हम सूना न करेंगे

चाहे तूने खाए हों फरेब इस जहान से
पर इतना तय है हम धोखा न करेंगे
@मीना गुलियानी 

1 टिप्पणी:

  1. वाह उम्दा ।
    तेरी बज्म से बेआबरु होंगे
    पर तूझे बेपर्दा न करेंगे

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