मंगलवार, 12 जून 2018

ऐसा गुलिस्तां करदे

सबके दिलों में तू आज उजाला करदे
दूर दुनिया से नफरत का अँधेरा करदे

हर दिल में सदाकत की शमा रोशन हो
झूठ का शरारा भी हर दिल से दूर करदे

प्यार के फूल खिलें जिससे महके ये फ़िज़ा
न रहे दिल में नफरत के लिए बाकी जगह

न हो कोई दुश्मन न किसी से वैर यहाँ
हर तरफ अमन  का ही रहे नामोनिशां

सबके दामन को खुशियों के गुलों से भरदे
न कभी आये ख़िज़ा ऐसा गुलिस्तां करदे
@मीना गुलियानी 

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