शुक्रवार, 2 नवंबर 2018

पहिया चलता रहता है

 जिंदगी दो पल की है
उसे हँसकर जीना सीखो
वक्त के साथ चलना सीखो
वो खुद ही बदल जाएगा
यूँ घुट घुट कर मत जियो
खुली हवा में हँसकर जियो
जो बातें तेरे बस में नहीं
उनको ईश्वर पर छोड़ दो
वो ही सब उलझनें मिटायेगा
ख़ुशी और ग़म दो पहलू हैं
इनका समन्वय होना जरूरी है
दोनों साथ साथ नहीं आते
सुख है तो दुःख भी होगा
वक्त पल पल बदलता है
इसका पहिया चलता रहता है
@मीना गुलियानी 

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