बुधवार, 16 जनवरी 2019

बाँटना चाहती है

स्त्री क्या चाहती है
केवल पति का प्रेम
उसका साथ मीठे बोल
और कुछ भी नहीं
महंगे उपहार नहीं चाहती
साथ घूमना चाहती है
वो उसका हालचाल पूछे
पास बैठकर बातें करे
काम में हाथ बँटाये
हमेशा प्रेम से रहे
कभी रौब न दिखाए
बच्चों के साथ खेले
पिकनिक घुमाने ले जाए
उसका जन्मदिन याद रखे
मायके जाने पे रोके नहीं
उसकी आँखों में झाँके
पुराने लम्हे लौटा लाए
उसे आराम भी करने दे
कभी उसे अपने हाथों से
चाय बनाकर भी पिलाए
यही छोटी छोटी खुशियाँ
 पति संग बाँटना चाहती है
@मीना गुलियानी 

4 टिप्‍पणियां:

  1. कभी उसे अपने हाथों से
    चाय बनाकर भी पिलाए
    यही छोटी छोटी खुशियाँ
    पति संग बाँटना चाहती है ....बहुत सुन्दर सखी 👌
    सादर

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  2. छोटी छोटी भावनाएं और उनका सामान ही जीवन है ... जीवन का सुख है ...
    भावपूर्ण रचना ...

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