दुःख तो सिर्फ इस बात का है
तुमने कभी मुझे समझा नहीं
मेरे दिल के जख्मों को कभी
तुमने प्यार से सहलाया नहीं
दिल क्यों ज़ार ज़ार रोता है
ये तुमने कभी पूछा ही नहीं
मेरे जज़्बातों को भी तुमने
जानने की कोशिश नहीं की
तुमने मुझे अभी पहचाना नहीं
@मीना गुलियानी
तुमने कभी मुझे समझा नहीं
मेरे दिल के जख्मों को कभी
तुमने प्यार से सहलाया नहीं
दिल क्यों ज़ार ज़ार रोता है
ये तुमने कभी पूछा ही नहीं
मेरे जज़्बातों को भी तुमने
जानने की कोशिश नहीं की
तुमने मुझे अभी पहचाना नहीं
@मीना गुलियानी
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