तुम्हें फ़ुरसत नहीं ज़रा सी बात करने की
इतनी मसरूफ़ियत है सिर्फ दिखावेपन की
हम सब जानते हैं बातें तुम्हारी हर पल की
घड़ी भर तो करलो हमसे बात मतलब की
@मीना गुलियानी
इतनी मसरूफ़ियत है सिर्फ दिखावेपन की
हम सब जानते हैं बातें तुम्हारी हर पल की
घड़ी भर तो करलो हमसे बात मतलब की
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें