कुछ भी कहो दिल की बात
जुबां पर आ ही जाती है
आपस में कितनी दूरी हो
ये चाहत खींच ही लाती है
तमन्ना बेताबी मिलन की
दिल को तड़पा ही जाती है
चिलमन में कितना छिपाओ
नज़र फिर भी टकरा जाती है
@मीना गुलियानी
जुबां पर आ ही जाती है
आपस में कितनी दूरी हो
ये चाहत खींच ही लाती है
तमन्ना बेताबी मिलन की
दिल को तड़पा ही जाती है
चिलमन में कितना छिपाओ
नज़र फिर भी टकरा जाती है
@मीना गुलियानी
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