अब ज़रूरी हो गया तेरा मिलना मुझसे
अब कोई भी बहाना न सुनूँगी मैं तुमसे
रोज़ कितने बहानों से बचते रहे मुझसे
अब बताओ कब मिलोगे तुम मुझसे
बरसों दिन रात काटे बिछुड़कर तुमसे
अब रहा जाए न एक पल भी मुझसे
@मीना गुलियानी
अब कोई भी बहाना न सुनूँगी मैं तुमसे
रोज़ कितने बहानों से बचते रहे मुझसे
अब बताओ कब मिलोगे तुम मुझसे
बरसों दिन रात काटे बिछुड़कर तुमसे
अब रहा जाए न एक पल भी मुझसे
@मीना गुलियानी
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