Meena's Diary
मंगलवार, 8 अक्तूबर 2019
दीवानापन है
यह कैसी उधेड़बुन है
मन को तेरी लगन है
मन को तेरी ही धुन है
कैसा ये पागलपन है
दिल सोच में मगन है
क्यों ये दीवानापन है
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें