काम ,क्रोध ,लोभ ,मोह ,अहंकार
ईर्ष्या ,द्वेष ,आलस्य,छल,हठ
यही हैं अंतर के दस रावण जिन्हें
हराकर ही हम विजयपर्व ख़ुशी से
मनाकर दशहरे की शुभकामना
स्वीकार करने के अधिकारी हैं
@मीना गुलियानी
ईर्ष्या ,द्वेष ,आलस्य,छल,हठ
यही हैं अंतर के दस रावण जिन्हें
हराकर ही हम विजयपर्व ख़ुशी से
मनाकर दशहरे की शुभकामना
स्वीकार करने के अधिकारी हैं
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें