है उन सबका दशमुख मन रावण
जो करते हैं सदैव अशुभ चिन्तन
कैसे मना सकते हैं हम दशहरा
जब तक इन दोषों का हो न शमन
कैसे कहलायें विजयी हम जब तक
दूषित रहे ये अंतर्मन का चिन्तन
आओ इस पर्व लें संकल्प और प्रण
करेंगे विजयी ये मन कर शत्रु मर्दन
@मीना गुलियानी
जो करते हैं सदैव अशुभ चिन्तन
कैसे मना सकते हैं हम दशहरा
जब तक इन दोषों का हो न शमन
कैसे कहलायें विजयी हम जब तक
दूषित रहे ये अंतर्मन का चिन्तन
आओ इस पर्व लें संकल्प और प्रण
करेंगे विजयी ये मन कर शत्रु मर्दन
@मीना गुलियानी
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