बुधवार, 13 नवंबर 2019

जल्दी नहीं है

मुझे लौटने की जल्दी नहीं है
अभी अभी तो घर से निकले हैं
कुछ फ़ुरसत के लम्हेँ मिले हैं
कुछ देर ताजी हवा में सांस लें
कुछ देर हँसके गाके ख़ुशी मना लें
गुज़रे लम्हो से उदासी मिटा लें
ये पल फिर मिलने वाला नहीं है
इसलिए आज अभी जल्दी नहीं है
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें