शुक्रवार, 6 दिसंबर 2019

अपनी ओर भी डालो नज़र

क्यों देखता है तू इधर उधर
अपनी ओर भी डालो नज़र
कहीं कुछ अनदेखी न हो जाए
कोई तुझमें कमी न रह जाए
अपने कर्मों में कर ले सुधार
फिर दिल में करले विचार
क्यों मानुष तन हमने पाया
क्यों हीरा जन्म हमने गंवाया
अब तो इसको ले तू सुधार
शुभ कर्मों से इसको तू सुधार
सब कुछ यहीं धरा रह जाएगा
वक्त गुज़रा तो पछतायेगा
@मीना गुलियानी

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