Meena's Diary
शनिवार, 22 फ़रवरी 2020
मात खा गए इश्क में हम
तुम्हारे एहसानों तले दबे थे हम
ढाये तूने भी हम पर कितने सितम
एहसान फरामोश नहीं थे इसलिए
तेरे सारे सितम सह गए थे हम
और इश्क में मात खा गए हम
@मीना गुलियानी
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