ईश्वर के पास हमारे कर्मों का लेखा जोखा है
हम जो भी अच्छे बुरे कर्म करते हैं उनका
हिसाब किताब वो रखता है स्वर्ग नर्क यहीं है
अच्छे कर्मों से व्यक्ति को खुशियाँ मिलती हैं
तो बुरे कर्मों से उसको दुःख नसीब होता है
अर्थात खुशियाँ स्वर्ग का प्रतीक हैं और दुःख
नर्क का प्रतीक हैं इसलिए यदि हम आम
खाना चाहते हैं तो बीज भी वैसा बोना होगा
बबूल के बीज बोने से आम पैदा नहीं होगा
ईश्वर ने आत्मा रूपी सफेद चादर दी है उसे
हमें सत्कर्मों से निर्मल स्वच्छ रखना होगा
मैली चादर ओढ़कर हम वहाँ नहीं जा सकेंगे
@मीना गुलियानी
हम जो भी अच्छे बुरे कर्म करते हैं उनका
हिसाब किताब वो रखता है स्वर्ग नर्क यहीं है
अच्छे कर्मों से व्यक्ति को खुशियाँ मिलती हैं
तो बुरे कर्मों से उसको दुःख नसीब होता है
अर्थात खुशियाँ स्वर्ग का प्रतीक हैं और दुःख
नर्क का प्रतीक हैं इसलिए यदि हम आम
खाना चाहते हैं तो बीज भी वैसा बोना होगा
बबूल के बीज बोने से आम पैदा नहीं होगा
ईश्वर ने आत्मा रूपी सफेद चादर दी है उसे
हमें सत्कर्मों से निर्मल स्वच्छ रखना होगा
मैली चादर ओढ़कर हम वहाँ नहीं जा सकेंगे
@मीना गुलियानी
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