सोमवार, 30 मार्च 2020

ग़लतफहमी हमारी

ग़लतफहमी हमारी ने कहीं का न रहने दिया

न हमें चैन से जीने ही दिया न ही मरने दिया
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें