लॉक डाउन दूसरा दिन है आज। नीला ने
बेला को आवाज़ लगाई तो वह अपने
हाथ पोंछते हुए रसोई से बाहर बालकनी
में आई।
नीला ने बेला से पूछा - इतना भी
क्या काम कर रही हो जो सुबह से अब
नज़र आई हो और वो भी मेरे बुलाने पर।
नीला ने उलाहना दिया तो बेला बोली -
क्या करूँ इनकी तो फरमाईश ही नहीं
खत्म होती।
कभी कहते हैं लॉक डाउन में तुम
खाली हो तो खाने में बेसन का चीला
या इडली सांभर बना लो। इन दिनों रोज
नए नए पकवान खाने की इच्छा होती है।
नीला ने भी उसकी बात में हामी भरी।
नीला ने कहा - सच में हमारे यहाँ भी यही
हाल है। फिर बर्तनों का ढेर लग जाता
है। आजकल बाई की भी समस्या है।
पड़ौस में मंजू के घर पर एक बाई को
उसने काम पर झाड़ू पोंछा बर्तन के लिए
बुला लिया उस एक घंटे में ही उनके
पूरे घर को वो करोना की सौगात दे गई।
अभी अभी सब लोग एम्बुलेन्स में
बैठकर अस्पताल गए हैं। पुलिस ने
पूरी गली की घेरा बंदी कर दी है।
बेला ने अपने कानों पे हाथ रखते हुए
बोला - ऱाम राम कैसा वक्त आया है।
अब तो अपनी परछाईं से भी डर लगता है।
नीला बोली- सच कहा तुमने इतने बचाव
करने के बाद भी यह महामारी कब कैसे लग
जाए कोई कुछ नहीं कह सकता।
मोदी जी ने तो अच्छा किया जो लॉक
डाउन कर दिया कम से कम जो घर पर
होंगे और दूरियॉ बढ़ाकर सुरक्षा नियमों
का पालन करेंगे वो बच सकते हैं। लॉक
डाउन में ही सबकी भलाई है।
@मीना गुलियानी
बेला को आवाज़ लगाई तो वह अपने
हाथ पोंछते हुए रसोई से बाहर बालकनी
में आई।
नीला ने बेला से पूछा - इतना भी
क्या काम कर रही हो जो सुबह से अब
नज़र आई हो और वो भी मेरे बुलाने पर।
नीला ने उलाहना दिया तो बेला बोली -
क्या करूँ इनकी तो फरमाईश ही नहीं
खत्म होती।
कभी कहते हैं लॉक डाउन में तुम
खाली हो तो खाने में बेसन का चीला
या इडली सांभर बना लो। इन दिनों रोज
नए नए पकवान खाने की इच्छा होती है।
नीला ने भी उसकी बात में हामी भरी।
नीला ने कहा - सच में हमारे यहाँ भी यही
हाल है। फिर बर्तनों का ढेर लग जाता
है। आजकल बाई की भी समस्या है।
पड़ौस में मंजू के घर पर एक बाई को
उसने काम पर झाड़ू पोंछा बर्तन के लिए
बुला लिया उस एक घंटे में ही उनके
पूरे घर को वो करोना की सौगात दे गई।
अभी अभी सब लोग एम्बुलेन्स में
बैठकर अस्पताल गए हैं। पुलिस ने
पूरी गली की घेरा बंदी कर दी है।
बेला ने अपने कानों पे हाथ रखते हुए
बोला - ऱाम राम कैसा वक्त आया है।
अब तो अपनी परछाईं से भी डर लगता है।
नीला बोली- सच कहा तुमने इतने बचाव
करने के बाद भी यह महामारी कब कैसे लग
जाए कोई कुछ नहीं कह सकता।
मोदी जी ने तो अच्छा किया जो लॉक
डाउन कर दिया कम से कम जो घर पर
होंगे और दूरियॉ बढ़ाकर सुरक्षा नियमों
का पालन करेंगे वो बच सकते हैं। लॉक
डाउन में ही सबकी भलाई है।
@मीना गुलियानी
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