सोमवार, 1 जून 2020

विदा किया

विदा किया जा तुझे विदा किया
इस नफरत भरे जहाँ से
ग़मग़ीन आसमां से
बेवफा इस जहान से
फिर से आशा के सेतु बाँधो
जीवन यात्रा आरम्भ करो
जीवन नदिया की धारा है
जीवन के सपने और हकीकत
इस धारा में मिलने को आतुर हैं
जीवन और नदिया मुड़ते  हैं
जीवन को नया  आयाम देते हैं
अंत में नदिया अनंत
 सागर में लीन हो जाती है
@मीना गुलियानी 

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