मंगलवार, 16 जून 2020

मुस्कुरा दिए थे तुम

मुस्कुरा दिए थे तुम
जब तन्हाई में मिले
बहुत शर्मा रहे थे तुम
दिल में उमंगें जवां थी
पर घबरा रहे थे तुम 
लहरें मचलती जैसे
बल खा रहे थे तुम
हँसते जो देखा तुम्हें
मुस्कुरा दिए थे तुम
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें