सोमवार, 1 जून 2020

आँखों से ओझल रहता है

आँखों से ओझल रहता है
धड़कन में मेरी बसता है
मुँह से मगर चुपचाप है
दिल में मगर वो हँसता है
पलकों में समाया रहता है
ख्वाबों में वही तो रहता है
मेरे जीने की इक आस है 
मेरा जहाँ वहीं बसता है
@मीना गुलियानी 

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