गुरुवार, 22 अक्टूबर 2020

तर्ज --कीर्तन (भेंट)

जी मेरी शेरां वाली दे आगे वंदना 

इक वारी वंदना हज़ार वारी वंदना 

--

मेरी मैया दे गल विच हार वे 

मैं तां आई मैया दे दरबार वे 

ओथों मुक्ति डा दान ऐसा मंगणा ----


मेरी मैया दे द्वारे जो कोई आवे 

मुओं मँगिया मुरादा ं पावे 

एदे दर तो सब कुछ मंगणा ---


मेरी मैया जहाज बनाया 

अपनी शक्ति दे नाल चलाया 

आवो आवो जिन्हां ने पार लंगणा --

@मीना गुलियानी 

तर्ज़ --दुनिया में ऐसा कहाँ (भेंट)

आए हाँ द्वारे तेरे खाली न मोड़ माँ 

दे दे दीदार दाती होर कुछ लोड़ ना 


वैरी ते होया ऐ माँ ऐ जग सारा 

जोतां वालिये माँ तेरा ही सहारा 

पार लगा दे आ तरा दे नैया रोड़ ना --


नंगी नंगी पैरी मैया अकबर आया 

सोने दा  छत्र तेरी भेंट चढ़ाया 

मान मिटाया सी ट्राय रखी थोड़ ना --


दासी पुकारे मैया दे दे हुलारे 

माँ जगदम्बे तेरा बचडा पुकारे 

मेरी वी बनादे आ तरा दे आशा तोड़ ना --

@मीना गुलियानी 

बुधवार, 21 अक्टूबर 2020

तर्ज़ --ये वादा करो (भेंट )

ज़माना दिए जा रहा ग़म पे ग़म 
सम्भालो ऐ माँ न निकल जाए दम 

सताया गया हूँ मैं संसार से 
उठा लो मुझे माँ ज़रा प्यार से 
बड़ा होगा मुझपे तुम्हारा कर्म ------

मेरी नाव है डूबती जा रही 
किनारा कहीं भी नहीं पा रही 
खत्म होने को है मेरा ये जन्म ----

मुसीबत में हूँ माँ मैं लाचार हूँ 
तुम्हारी दया का तलबग़ार हूँ 
उठा लो मुझे गोद में कम से कम ----

मेरा दिल मैया आज घायल हुआ 
नहीं रास आई कोई भी दवा 
लगाओ मेरे जख्मों पे तुम मरहम 
@मीना गुलियानी 

तर्ज़ --ये मुलाक़ात इक बहाना है (भेंट )

तेरा मेरा साथ माँ पुराना है    

नाता ये प्रेम का निभाना है 


तू मेरी माँ जगत की जननी है 

तेरे चरणों में ही ठिकाना है ----


तूने लाखों को भव से तारा है 

खड़ा तेरे दर पे इक दीवाना है ------


मैया तेरा हमें सहारा है 

दिल तुझे भेंट माँ चढ़ाना है -------


तेरी नज़रें खफ़ा कभी न हों 

मुझको इनमें ही तो समाना है -------

@मीना गुलियानी  

मंगलवार, 20 अक्टूबर 2020

तर्ज़ हमने अपना सब कुछ खोया

सिर को हमने आके झुकाया शरण तेरी पाने को (भेंट )

छोड़ तेरा दर न जायेंगे ठोकरें खाने को 


याद में तेरी आंसू आये 

गीत विरह के हमने गाये 

अश्कों की माला है पिरोई 

तुमको पहनाने को ----------


दुनिया ने मुँह मोड़ा हमसे 

सबने नाता तोडा हमसे 

मायाजाल को तोड़के आये 

दर पे मिट जाने को --------------


भूलें हुईं नादाँ हैं हम तो 

बच्चे बड़े अन्जान हैं हम तो 

भूलों को बिसरा के आओ 

हमको अपनाने को ------------

@मीना गुलियानी 

शनिवार, 17 अक्टूबर 2020

तर्ज़ - दुनिया में ऐसा कहाँ (भेंट )

आये हाँ द्वारे तेरे खाली ना मोड़ माँ 
दे दे दीदार दाती होर कुछ लोड़ ना 

वैरी ते होया ऐ  माँ ऐ जग सारा 
जोतां वालिये माँ तेरा ही सहारा  
पार लगा दे आ तरा दे नैया रोड़ ना -----

नंगी नंगी पैरी मैया अकबर आया 
सोने दा छत्र तेरी भेंट चढ़ाया 
मान मिटाया सी तराया रखी थोड़ ना ------

दासी पुकारे मैया दे दे हुलारे 
माँ जगदम्बे तेरा बचड़ा पुकारे 
मेरी वी बनादे आ तरा  दे आशा तोड़ ना -----
@मीना गुलियानी 

माता की भेंट

पार करो मेरा बेडा भवानी पार करो मेरा बेड़ा 

मोहमाया के बंधन काटो 
चौरासी का घेरा भवानी -----------------

सबकी मुरादें पूरी करदो 
मुझे आसरा तेरा भवानी ---------------

नैया मेरी पार लगादो 
बीच भंवर में बेड़ा भवानी --------------

अन्धकार में जी घबराये 
करदो आज सवेरा भवानी --------------
@मीना गुलियानी 

शुक्रवार, 9 अक्टूबर 2020

तर्ज़ ---कीर्तन

भुला माफ़ करी माँ भुला माफ़ करी माँ 

मैया मैं हाँ ओगणहार तेनू कहंदे बक्शनहार 
मैं तां डोल रह्या मझधार मेनु तार देवी माँ 

मैया बगियाँ शेरां वाली तेरी जगदी जोत निराली 
तेरी जग तो शान निराली मेनू तार देवी माँ 

न मैं मंगदी चाँदी सोना मेनू दौलत दा  नहीं रोना
मैं तां पापां नू ऐ  धोना  मेनू तार देवी माँ 
@मीना गुलियानी 
 

  

माता की भेंट

रहमतां करदी ऐ झोलियाँ भरदी ऐ 
पीरां दी पीर मेरी शाही फकीरे शेरां वाली माँ 

जो आन डिगे दर तेरे ओ होंदे मालो माल 
लुट लो लुट लो लोगो माँ होई ऐ दीन दयाल 
भरे भंडारे ने खुले द्वारे ने -----------------------

दूरों संगता चलके आवन तेरे दर ते डेरे लावण 
कर दर्शन ध्वजा नरेला तेरी पहलड़ी भेंट चढ़ावन
भक्तां दी प्यारी ऐ लगे प्यारी ऐ -----------------

जो कोई वी आये सवाली ओ मुड़या कदी न खाली 
माँ आशा पूर्ण करदी ओ आस पूजावण वाली 
महिमा भारी ऐ शेर सवारी ऐ --------------------

तेरा बाग़ देख मन डोले जिथे मोर पपीहा बोले 
ठंडा जल ओ बाण गंगा दा जेहड़ा मन दी कुण्डी खोले 
शेर सवारी ऐ लगे प्यारी ऐ ---------------------
@मीना गुलियानी  

आरती जगदम्बे की

जय जय हे जगदम्बे माता        

द्वार तिहारे जो भी आता बिन मांगे सब कुछ पा जाता 


तू चाहे तो जीवन दे दे चाहे तो पल में जीवन ले ले 

जन्म मरण सब हाथ में तेरे हे शक्ति हे माता ------------


पापी हो या होये पुजारी राजा हो या कोई भिखारी 

फिर भी तूने जोड़ा सबसे  माँ बेटे का नाता ----------------


जब जब जिसने तुझको पुकारा तूने दिया हे बढ़के सहारा 

हर भूले राही को तेरा प्यार ही राह दिखाता ----------------

@मीना गुलियानी 

तर्ज़ ---कीर्तन ----- भेंट

पार करो मेरा बेडा भवानी पार करो मेरा बेडा     

मोहमाया के बंधन काटो 
चौरासी का घेरा भवानी----------------------

मन की मुरादें पूरी करदो 
मुझे आसरा तेरा भवानी ---------------------

नैया मेरी पार लगा दो 
बीच भंवर में बेडा भवानी---------------------

अन्धकार में जी घबराये 
करदो आज सवेरा भवानी -------------------
@मीना गुलियानी 

तर्ज़ --दिल के अरमां -- भेंट

दिल का दुखड़ा माँ सुनाने आ गया         
हाले  दिल तुमको बताने आ गया 

चर्चे तेरे नाम के दोनों जहाँ 
सुनके तेरे मैं तराने आ गया -----

दुनिया ने मुझपे सितम लाखों किये 
खुद को अब तो मैं मिटाने आ गया -----

सर पे पापों की गठरिया को लिए 
लगता है अब तो ठिकाने आ गया -------
@मीना गुलियानी 

बुधवार, 7 अक्टूबर 2020

तर्ज़ --छुप गया कोई रे

ओ मेरे गुरूजी , कष्ट निवार दो 
शरण तेरी हम आये ,भव से उबार दो 

आस तेरी हम लाये , दुनिया के सताये 
हमें है भरोसा तुम पर ,हैं घबराये 
नैया भंवर में मेरी, पार उतार दो ----

माया ने हमें भरमाया ,शरण तेरी आया 
गुरूजी मुझे बचालो,दुःख का सताया ,
हाथ मेहर का रखो ,जिंदगी संवार दो -----

हम अज्ञानी तेरी, शरण में आये 
गुरु जी देना सहारा, दिल घबराये 
है आसरा तुम्हारा ,भव से उबार दो -----
@मीना गुलियानी 

तर्ज़ --तुम बिन जीवन कैसे बीता

मैं हूँ माता बाल तुम्हारा शरण तेरी आया माँ   (bhent )
तेरे द्वार पे हाथ पसारा शरण तेरी आया माँ 

काम क्रोध भटकाए 
लोभ भी बढ़ता जाए 
तृष्णा की अग्नि में 
सब कुछ जलता जाए 
मुझे आसरा माता तुम्हारा --------------

गम  के अँधेरे साये 
चारों तरफ से छाये 
तुम बिन मेरी माता 
मुझको कौन बचाये 
डोले नैया दूर किनारा ------------------

मनवा मोरा गाये 
तेरे गीत सुनाये 
तुम बिन  मेरी माता 
कौन मुझे अपनाये 
सर पे है मैया हाथ तुम्हारा --------------
@मीना गुलियानी 

तर्ज --आपकी नज़रों ने समझा

माता तेरा बाल हूँ मैं यूं न तू ठुकरा मुझे    (bhent)
दर पे तेरे आ गया माँ फिर गले से लगा मुझे 

गम से मैं घबरा गया द्वार तेरे आ गया 
अपने कर्मों को देखकर माता मैं शर्मा गया 
पार करना भव से माता समझकर नादां मुझे ---

माता मैं मजबूर हूँ तुझसे जो मैं जो दूर हूँ 
दिल लुभाया विषयों ने फिर क्यों मगरूर हूँ 
दुनिया से घबरा के माता दिल ने दी है सदा तुझे ----

मुझको न बिसराओ तुम अब तो माँ आ जाओ तुम 
बाळ तेरा हूँ मैया मुझको गले से लगाओ तुम 
तेरे चरणों में पड़ा हूँ माता तू अपना मुझे -----
@मीना गुलियानी 

सोमवार, 5 अक्टूबर 2020

तर्ज --हरि ओम जपो

जीवन का इक पल बिरथा न खो 
गुरु जी जपो गुरूजी जपो 

चोला मिला शुभ कर्म का 
करने को सौदा धर्म का 
फिर मानुष जन्म हो कि न हो ----

मन में बसा ले उनका नाम 
उनको सुमिर ले सुबो शाम 
नर तन फिर आवन हो कि न हो ----

साँसों की कीमत जान तू
 हर पल यों ही भरमाये तू 
जीवन के पापों को तू धो ---------
@मीना गुलियानी 


तर्ज़ --कीर्तन

करो गुरु नाम का सुमिरन अगर मुक्ति को पाना है 

ये पल पल श्वास जाती है 
खबर तुझको न आती है
जग सारा सपना है 
न कोई भी अपना है  
अवस्था जा रही ऐसे कि 
पल न लौट आना है ---------------

बनाये तूने जो बंगले 
न तेरे काम आयेंगे 
जहाँ वाले तो तुझको
 एक पल में फूँक आयेंगे 
बचा ले नाम का धन जो 
तेरे संग लौट जाना है ----------

अच्छा कर किसी से 
तू अच्छा फल ही पायेगा 
बुरा फल साथ में तेरे 
बुराई को ही लाएगा 
कमा कुछ नेकी तू बंदे 
जहाँ से लौट जाना है ------------
@मीना गुलियानी

शनिवार, 3 अक्टूबर 2020

तर्ज --कीर्तन

सोढ़ाला में धाम तेरो गुरूजी है नाम तेरो 
चरणा में आ गया नाथ बेडा पार करो 

आ गया तेरे दर पे गुरूजी खाली हाथ न जाऊँगा 
कर्म कटाने आया गुरूजी कर्म कटाके जाऊँगा 
दुखिया पर थे ध्यान धरो सबका दुखड़ा दूर करो 
दे दो भक्तां का साथ ------ बेडा पार करो ------

भाल पे टीका गले में माला भाव की धूनी रमावे हैं 
भूत भूतनी गुरूजी के नाम से डरकर भागे है 
चिन्ता सबकी हरते हो दुखड़े दूर करते हो 
राखो भक्तां री लाज ------- बेडा पार करो ------

सारी दुनिया थांकी गुरूजी करती जय जयकार है 
थारी  पूजा करे ये दुनिया पहुंचे थारे  द्वार है 
चमकी किस्मत म्हारी है आई मेरी बारी है 
सुनलो सबकी पुकार ------ बेडा पार करो -----
-@मीना गुलियानी 

तर्ज़ --तुम अगर साथ देने का

मेरे  गुरू जी सुनलो पुकार दिल की 
तेरे चरणों में ध्यान लगाया करूँ 
करूँ पूजा तेरी पावन गंगा में 
गुणगान मैं तेरे ही गाया करूँ 

है ख्वाहिश मेरी नित सुमिरन करूँ 
तेरी पूजा में मन को रमाया करूँ 
तेरी भक्ति करूँ श्रद्धा से सदा 
तेरे चरणों में सर को झुकाया करूँ 

तुमने सबको ही अमृत पिलाया सदा 
छवि तेरी  निहारूँ मैं दिल में सदा 
भक्ति भाव से तुझे पूजते हैं सदा 
जीवन को मैं सफल बनाया करूँ 

तेरा हाथ मेरे सिर पे हो सदा 
तेरा गुणगान हो जिह्वा पे सदा 
तेरे नाम की माला फेरूँ सदा 
तेरे चरणों में ध्यान लगाया करूँ 
@मीना गुलियानी  

 

तर्ज़ --मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये

तेरे  बिना गुरूजी मैं कहाँ जाऊँ 
हाले  दिल मैं किसको सुनाऊ

कर्मो के भोगों ने मुझको सताया 
जहाँ भी गया मैं उसने ठुकराया 
सारे जहाँ से ठोकर मैं खाऊँ -------

होके लाचार गुरूजी तेरे दरबार आया 
मेरी अर्जी सुनलो मैं फरियाद लाया 
मेरी न सुनोगे तो किस दर जाऊँ ----

तुम्ही मेरे बंधु  और सखा  हो 
यही मेरी दुनिया है तुम्हीं आसरा हो 
दर दर ठोकर खाना न चाहूँ-----------
@मीना गुलियानी 
 

तर्ज़--बड़ी दूर से आये हैं

बड़ी दूर से आये हैं गुरूजी आस ये लाये हैं 
सबकी सदा सुन लो गुरूजी आशा लाये हैं 

तुमको ही माना है जमाना लगे झूठा 
तुम ही अपने हो जग लागे मुझे  झूठा 
ये बंधन - तोड़ के आये हैं --------गुरु जी 

ढूँढा ये सारा जहाँ है कोई नहीं अपना 
झूठी प्रीत इनकी ये जग इक सपना 
ये नाते --तुमने निभाए हैं --------गुरूजी 

गुरूजी मेरी नाव पड़ेगी तुम्हें खेनी 
तुम्ही तो पालनहार सुरक्षा तुम्हें देनी 
भव पार ---तूने कराये हैं -----------गुरूजी 
@मीना गुलियानी 

शुक्रवार, 2 अक्टूबर 2020

तर्ज़ -पल्लो लटके

देख रटके रे भैया देख रटके 
गुरूजी का प्यारा प्यारा नाम भैया देख रटके 

घणी  देर से आके बैठ्यो गुरूजी थारे द्वार 
अब तो गुरूजी म्हारो बेड़ो करदो भव से पार 

गुरूजी थारी महिमा सारी दुनिया खूब जाणे 
दूर दूर सूं दर्शन खातिर आवे लोग सयाने 

गुरु नाम की माला फेरो बन जाओ उसके प्यारे 
आवागमन को चक्कर  छूटे हो जाएँ वारे न्यारे 

या नाम है प्यारो भैया  करले तू भी भक्ति 
प्रेम से जो भी  ध्यान लगावे पा जावे वो मुक्ति 
@मीना गुलियानी 

तर्ज़ --एक बार आओ जी जवाई जी पावणा

-एक बार आओ जी गुरुजी म्हारे आंगणा 

म्हाने दर्शन दीज्यो महाराज थाने अर्ज़ करां 


सारी  दुनिया थांकी गुरूजी जय जयकार बुलावे 

थांकी झांकी निहारुँ दिन रात 

गुरूजी थाने अर्ज करां   


सारी संगत गुरूजी कितनी दूर दूर सूं आवे 

सबकी बिगड़ी बनावो महाराज 

गुरूजी थाने अर्ज करां 


गुरूजी थारी सेवा करबा में तो हूँ अज्ञानी 

म्हारी विपदा मिटावो महाराज 

गुरूजी थाने अर्ज करां 


गुरूजी थे तो जाण ल्यो जी सबके मन की 

सबकी सुण ल्योजी सारी बात 

गुरूजी थाने अर्ज करां 


सबकी विनती सुण लो गुरूजी ,सबके काज सवारो 

सबकी सुन लो जी फरियाद 

गुरूजी थाने अर्ज करां 

@मीना गुलियानी 


तर्ज़ --चिरमी

आई गुरूजी थारे द्वार पे , म्हारी बिगड़ी बात बना 
गुरूजी थाने अर्ज करां 

गुरूजी म्हारी बेनती , म्हारो बेड़ो पार लगा
गुरूजी थाने अर्ज करां 

गुरूजी महिमा थारी जी , म्हाने अपणो नाम जपा 
गुरूजी थाने अर्ज करां 

मेवा मिश्री ल्याई जी ,म्हारी भेंट करो स्वीकार 
गुरूजी थाने अर्ज करां 

थांके चरणा में म्हारी बेनती ,देवो आवागमन निवार 
गुरूजी थाने अर्ज करां 

माया मोह के जाल सूं ,म्हारो पीछा देवो छुड़ाए 
गुरूजी थाने अर्ज करां 
@मीना गुलियानी