सोमवार, 13 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-37 (Gurudev Ke Bhajan-37)






हे बाबा तेरे बच्चे हम , करना बाबा जी हम पे कर्म 
शुभ कर्म करें न किसी से डरे तेरे चरणों में ही निकले दम 


मेरे मन में यही भावना हर गम में हमे थामना 
दूर अँधेरा करो अब सवेरा करो 
दिल न डोले ज़रा थामना 
सेवा दुःखियों की करना धर्म 
प्रेम का देंगे सन्देश हम 


बाबा चौरासी को काटना 
ज़ुल्मों के जाल को काटना 
अब तो मेहर करो न देर करो 
बाबा लाज मेरी  रखना 
 यही विनती करें तुझसे हम 
बाबा हमरे  न भटके कदम 







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