रविवार, 3 मई 2015

गुरुदेव के भजन-181 (Gurudev Ke Bhajan181)




बाबा जी तेरे दर पे तो सहारा मिल ही जाता है 
है तेरा सच्चा द्वारा है तेरा भरा भंडारा 

तेरे दरबार पे बाबा हज़ारों लोग आते है 
मुरादें पूरी हो जाती ख़ुशी के गीत गाते है 
बाबा मै भी सवाली हूँ करो तुम बेड़ा पार है 

मै तेरा ध्यान करता हूँ तेरा गुणगान करता  हूँ 
तेरा नाम है मुझे प्यारा सुबह और शाम रटता  हूँ 
न लौटा है कोई खाली भरा तेरा भंडार है 

करते विश्वास जो तुम पर करते उसको पार हो 
हो तुम भक्तो के रखवाले करते सबसे प्यार हो 
क्या जाने भेद हम तेरा तेरी महिमा अपार है 



_________________________****____________________________

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें