रविवार, 3 मई 2015

गुरुदेव के भजन-182 (Gurudev Ke Bhajan182)




दर तेरे पे- दर तेरे पे-  दर तेरे पे - बाबा आया - तू करना कृपा 

तेरी ये सूरत मुझको लगती है प्यारी 
जिसने - दिल हर लीना  तू करना कृपा 

सुन्दर गुफा में काली मैया विराजे 
सिर पे - दुपट्टा ओढ़ा दीना  तू करना कृपा 

तेरे भवन की शोभा कितनी निराली 
सुन्दर  -  है भवन रंगीला  तू करना कृपा 

द्वारे पे तेरे बाबा नौबत बाजे 
मनचाहा  -  तूने वर दीना  तू करना कृपा 



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