शनिवार, 17 मार्च 2018

माता की भेंट -कैसे क़द्रदानियाँ

तेरे दर आऊँ तेरा दर्श मैं पाऊँ खाली लौटके न जाऊँ
 मेरी माँ ---करदे मेहरबानियाँ करदे मेहरबानियाँ

तू है माँ भोली , भरती सबकी तू झोली
मुझे पार लगाना माँ ,मेरी नैया डोली
मेरी माँ शेरों वाली, जोतों वाली
सुन माँ  -  दुःख भरी कहानियाँ

तेरे दर आया हूँ , माँ ग़म का सताया हूँ
दुःख दूर करो मेरे ,जग का ठुकराया हूँ
मेरी माँ दे दो शक्ति ,करूँ मैं भक्ति
जलाऊँ  -  जोतें नुरानियाँ

तेरा सहारा है ,माँ तेरा ऊँचा द्वारा है
तेरे भक्तों को लगता ,तेरा नाम प्यारा है
माँ भव से तारे , पार उतारे
भूलें हम--कैसे क़द्रदानियाँ
@मीना गुलियानी




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