बुधवार, 27 मार्च 2024

bhent - 5

 तेरा बचड़ा नीर बहाए आजा माँ झण्डेवालिये 

तैनू रो रो के माँ बुलाये आजा माँ झण्डेवालिये 


जिन्द निमाणी कहंदी तैनू ला सीने नाल दाती मैनू 

आस सदा रहे तेरी मैनू - आस सदा रहे तेरी मैनू 

लाड तुध बिन कौन लडाये आजा माँ ------------


हंजुआ दे मैं हार बणावां तेरे गल विच दाती चढ़ावां 

लाज रखीं दाती कहंदी तैनू - लाज रखीं दाती कहंदी तैनू 

दिल मेरा बड़ा घबराए आजा माँ -------------------


तेरे दर ते रोज़ मैं आवां श्रद्धा दे मैं फुल चढ़ावां 

चरणां  दे विच ला लै मैनू चरणां दे विच ला लै मैनू 

कली दिल दी ना मुरझा जाए आजा माँ ---------------

bhent --4

 ओ झण्डेवाली तुम बिन मेरा नहीं सहारा 

किश्ती मेरी बचाओ सूझे नहीं किनारा 


तेरे बिना तो मैया कोई नहीं है मेरा 

है रात ग़म की काली दिखता  नहीं सवेरा 

घबरा के सारे जग से तुमको ही है पुकारा 


दिल मेरा आज घायल दुनिया से टूटा नाता 

तुझ बिन ओ  मेरी माता कोई साथ न निभाता 

चमका दो मेरी किस्मत दे दो मुझे सहारा 


अब किसके द्वारे जाऊँ  मेरी कौन माँ सुनेगा 

तेरे दर के सिवा मैया कहाँ आसरा मिलेगा 

आया हूँ शरण तेरी दामन को है पसारा 

bhent --3

 मैं  तुझको याद करता हूँ यही फरियाद करता हूँ 

मेरी माँ झण्डेवाली कि  भरदो झोली खाली 


तू बिगड़े काज सँवारे डूबतों  को पार उतारे 

तेरी है जोत पावन करे भीतर उजियारे 

तेर ही नाम लेकर जीवन हम सँवारे 


पापी का जी थर्राये तू कष्टों को मिटाये 

तेरी है महिमा भारी तेरा ही गुण हम गाएँ 

सुने फरियाद सबकी तू बिछुड़ों को मिलाए 


तूने लाखों  को तारा भव से पार उतारा  

कोई  खाली लौटा तेरा है भरा भंडारा 

तेरा है नाम पावन भक्त बोलें जयकारे 

bhent - 2

 दस मैथों होया की कसूर क्यों कीता चरणां तों दूर 


माँ ते पुतर दियाँ लखां गलां होन्दिया 

हो गइयाँ माँ भाँवे कई होर गलतियाँ 

रवांगा मैं  बणके तेरी अखियाँ  दा  नूर 


नहीं जो निभाणा सी ते प्रीत काहनू लाई ऐ 

छड हुण सारे गिले तोड़  निभाइये 

कित्थे कित्थे धक्के ख़ाके  होया मैं तां चूर 


तेरियां जुदाइयाँ हुण साहियाँ नहीं जांदियाँ 

सालां दियां आसां  साथों लाईयाँ नहीं जांदियाँ 

तू मेरी मैं तेरा दाती सुण लै अर्ज ज़रूर 



jhandewali mata ki bhent

झण्डेवाली मैं आया हूँ अपनी किस्मत जगाने को 
किस्मत जगाने को तुम्हें  अपना बनाने को 

मैंने  देख लिया दाती जग सारा है  इक सपना 
इस झूठे जग में अब मेरा कोई नहीं अपना 
गर तुम मेरी बन जाओ छोड़  दूँ  मैं ज़माने को 

तेरे दर पे दाती मेरे खुशियों के खज़ाने हैं 
हम तो तेरे नाम के दाती हो गए दीवाने हैं 
पतवार मेरी थामो हर बाधा मिटाने को 

करता जो तेरी भक्ति तेरी कृपा बरसती है 
ग़म  दूर हो जाता है  उसे मुक्ति मिलती है 
चरणों में जगह दे दो आया कष्ट मिटाने को