दिल पे दस्तक दे गया कोई
हमको अपना बना गया कोई
ख़्वाब में तुमको देख लेते हैं
अब तो नींदें उड़ा गया कोई
तेरी आँखों से जाम पीते हैं
आज इतनी पिला गया कोई
इतनी मसरूफ़ियत ठीक नहीं
सारे रिश्ते भुला गया कोई
इस कदर घूरना भी ठीक नहीं
दिल पे नश्तर चला गया कोई
दरम्यां फांसलों में चलते रहे
रिश्ते ऐसे निभा गया कोई
यूँ एहसास दिल में जिन्दा हैं
पीर ऐसी जगा गया कोई
@मीना गुलियानी
हमको अपना बना गया कोई
ख़्वाब में तुमको देख लेते हैं
अब तो नींदें उड़ा गया कोई
तेरी आँखों से जाम पीते हैं
आज इतनी पिला गया कोई
इतनी मसरूफ़ियत ठीक नहीं
सारे रिश्ते भुला गया कोई
इस कदर घूरना भी ठीक नहीं
दिल पे नश्तर चला गया कोई
दरम्यां फांसलों में चलते रहे
रिश्ते ऐसे निभा गया कोई
यूँ एहसास दिल में जिन्दा हैं
पीर ऐसी जगा गया कोई
@मीना गुलियानी
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