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मंगलवार, 9 जून 2020

अपना बना गया कोई

दिल पे दस्तक दे गया कोई
हमको अपना बना गया कोई

ख़्वाब में तुमको देख लेते हैं
अब तो नींदें उड़ा गया कोई

तेरी आँखों से जाम पीते हैं
आज इतनी पिला गया कोई

इतनी मसरूफ़ियत ठीक नहीं
सारे रिश्ते भुला गया कोई

इस कदर घूरना भी ठीक नहीं
दिल पे नश्तर चला गया कोई

दरम्यां फांसलों में चलते रहे
रिश्ते ऐसे निभा गया कोई

यूँ एहसास दिल में जिन्दा हैं
पीर ऐसी जगा गया कोई
@मीना गुलियानी


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