ये कैसी बेबसी है
कैसी ये घड़ी है
क्यों आदमी का ही
दुश्मन आदमी है
कैसे स्वार्थ पे बात
ये अड़ रही है न जाने
बात कहाँ पर रुकी है
@मीना गुलियानी
कैसी ये घड़ी है
क्यों आदमी का ही
दुश्मन आदमी है
कैसे स्वार्थ पे बात
ये अड़ रही है न जाने
बात कहाँ पर रुकी है
@मीना गुलियानी
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