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शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-30 (Gurudev Ke Bhajan-30)




लेकर संत रूप अवतार करने भक्तों का उद्धार
ब्रह्मलोक से पधारे महानंद बाबा

बाबा की महिमा है बड़ी भारी
दर्शन करले जो जाये बलिहारी
पहने गले रुद्राक्ष माल
              केसर टीका सोहे भाल                  
ब्रह्मलोक से पधारे महानंद बाबा

प्रेम है जग में उसका अनोखा
नाम दान देके मेटे कर्मो का लेखा
रूप की महिमा अपरम्पार
         बहाएं ज्ञान की निर्मल धार           
ब्रह्मलोक से पधारे महानंद बाबा


खानपान रहन सहन है बड़ा सादा
काली मैया के पुजारी रखें मर्यादा
मेरी नाव के खेवनहार
तुझपे सौप दिया सब भार
ब्रह्मलोक से पधारे महानंद बाबा


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