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शुक्रवार, 30 मई 2025

bhent ---- 18

 ओ झण्डेवाली दर्श दिखाना ही पड़ेगा 

वादे को अपने मैया निभाना ही पड़ेगा 


तुझ बिन दुनिया में हमने दुःख बड़े झेले 

दुनिया ने साथ छोड़ा और रह गए अकेले 

दुःख दूर करने अब तुम्हें आना ही पड़ेगा -------



दिल मेरा गम से चूर हुआ जीना है बेहाल 

तुमने मैया क्यों टाल दिया इक मेरा सवाल 

करो उलझन अब दूर ग़म मिटाना ही पड़ेगा  -------


तन्हा हुआ जबसे भटकता ही रहा हूँ 

सिर्फ याद में तेरी मैया चलता ही रहा हूँ 

लगी दिल की मेरी प्यास बुझाना ही पड़ेगा --------


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