वो बच्चे को रोते देख नहीं सकती
वो खुद उसका पालना बन जाती
उसे गोद में लोरी देकर है सुलाती
वो बच्चे की चोट पर है सिसकती
उसकी याद में आती उसे हिचकी
@मीना गुलियानी
वो खुद उसका पालना बन जाती
उसे गोद में लोरी देकर है सुलाती
वो बच्चे की चोट पर है सिसकती
उसकी याद में आती उसे हिचकी
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें